गीत
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घनश्याम ठक्कर (ओएसीस) |
Computer Art : Ghanshyam Thakkar
(गीत ‘आसोपालवनी डाळे‘ का भावानुवाद)
आपने मेरा गुजराती गीत आसोपालवनी डाळे (संगीत आलबमः ‘आसोपालवनी डाळे‘ ) शायद सुना है. कहने की जरूरत नहीं है कि आलबम के सभी गीत मेरे दिल के बहुत करीब है. वैसे तो गुजराती भाषा में कोई कमी नहीं है, फिर भी, जब भी समय मिलता है, मैं गीत के शब्द का हिन्दी में भावानुवाद करता हूं. संगीत तो आन्तरराष्ट्रिय भाषा है, और संगीत के सुर खुद बहुत कुछ कह देतें है; गीत के शब्द नहीं जानने पर भी आप अच्छे गीत से मनोरंजन पा सकते हो. लेकिन मैं मेरे गीत का भावानुवाद हिन्दी और अंग्रेजी में करने के काबिल हूं. बहुत सारे लोग हिन्दी भाषा समज सकते है, इस लिये जब आप गुजराती गीत सुनो, आप कविता का भावार्थ भी जान सको. हिन्दी का यह भावानुवाद मैंने मूल गुजराती गीत के राग/ताल में किया है. आशा है कि एक दिन मैं आलबम को हिन्दी में भी रिलिझ कर सकुं.
आसोपालव का हिन्दी में अर्थ होता है ‘अशोक वृक्ष’. हर गीत में एक वातावरण होता हैः सुर का, भाव का, पात्र का. शब्द के उच्चार और तहज़ीब उस वातावरण में पिघल जाने चाहिये. ‘आसोपालव’ शब्द गीत के वातावरण में प्रवाहित हो जाता है. हिन्दी भाषांतर ‘अशोक वृक्ष’ वैसे तो सुंदर शब्द है, लेकिन इस गीत के वातावरण में थोडा रूखा लगता है. इस लिये मैंने आम वृक्ष का देहाती प्रयोग कर के, ‘अंबवा की डारी पे’ वाक्यांश चुना है. ‘अशोक वृक्ष’ और ‘आम वृक्ष’ दोनों भारतिय संस्कृति के प्रिय है, और दोनों अपने सौंदर्य के लिये मोहक है. लेकिन हर सुंदर शब्द हर गीत के लिये यथोचित नहीं होता है. इस लिये साहित्य का अनुवाद नहीं लेकिन भावानुवाद होना चाहिये.
आशा है कि यह कलाकृति आप को पसंद आयेगी.
गीत और संगीत ः घनश्याम ठक्कर (ओएसीस)
गायक ः निशा उपाद्याय, किशोर मनराजा और साथी
સંગીત આલબમ : आसोपालवनी डाळे
Nisha Upadhyay, Kishor Manraja, Ghanshyam Thakkar
Aasopalav-Ni Daale,
Music Composer: Ghanshyam Thakkar (Oasis Thacker)