लोक चुटकुले -1 : बबाभाई के तीन स्विमिंगपूल – घनश्याम ठक्कर [लेखकः ??????]

लोक चुटकुले – 1

कुछ चुटकुले बहुत ही मजेदार हैं, लेकिन लोक संगीत की तरह, हम नहीं जानते कि इनके रचयिता कौन थे. वैसे तो में मौलिक हास्यरस परोसता आया हूं, लेकिन ये सुनी-सुनाई मजेदार जोक्स भी आपको पसंद आयेगी. कुछ लोक-चुटकुलेमें मैने थोडी खुद की नमक मिर्च डाली है.

बबाभाई के तीन स्विमिंगपूल

बबाभाई ने डोट-कॉम बूम में बहुत पैसे बनाये. ८००० स्क्वेरफीट का मेन्शन बनाया. एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन स्विमिंगपूल. आलाग्रान्ड हाउस-वॉर्मिंग पार्टी रखी. मेहमानों को घर दिखाने के बाद यार्ड में तीन स्विमिंगपूल दिखाने के लिये ले गये. “दोस्तो, ये है मेरा पहला ठंडे पानी का स्विमिंगपूल. जब गरमी होती है तो ठंडे पानी से नहाने का मझ्झा आता है. और ये दूसरा स्विमिंगपूल है गरम पानी का. जब सर्दी होती है तो गरम पानी से नहाने का मझ्झा आता है.

एक मेहमान ने पूछा, ” अरे बबाभाई, ये तीसरा स्विमिंगपूल तो बिअकुल खाली है! ऐसा क्युं?”

बबाभाई उवाचः ” अरे यार! कभी कभी नहाने का मझ्झा आता है तो कभी कभी नहीं नहाने का भी मझ्झा आता है!!!”

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

About Ghanshyam Thakkar

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